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आजादी का अमृत महोत्सव पर कविता | Aajadi Ka Amrit Mahotsav Poem in Hindi

इस साल 15 अगस्त को 2022 को आजादी के 75 साल पूरे होने जा रहा है, जिसके उपलक्ष्य मे इस आजादी के पावन पर्व को आजादी का अमृत महोत्सव के रूप मे मनाया जा रहा है, तो चलिये इस पोस्ट मे आजादी के इस अमृत महोत्सव के लिए आजादी का अमृत महोत्सव पर कविता Aajadi Ka Amrit Mahotsav Poem in Hindi शेयर कर रहे है, जिसे आप हर घर तिरंगा फहराते हुए इन अमृत महोत्सव पर कविता को लोगो के साथ, सोशल मीडिया पर शेयर कर सकते है,

आजादी का अमृत महोत्सव पर कविता

Aajadi Ka Amrit Mahotsav Poem in Hindi

Aajadi Ka Amrit Mahotsav Poem in Hindiयहाँ बात मन की आज़ादी

यहाँ पंथ विश्वास स्वतंत्र ,

यहाँ हज़ारों जीवन शैली

है सशक्त अपना गणतंत्र।

हमने यहाँ विविधता में

है अपनी शक्ति जानी ,

भारत के हर अवयव ने

राष्ट्र शक्ति की ठानी।

यहाँ हज़ारों भाषायें ,बोली शैली ,

संस्कार यहाँ पर गढ़े गये

चिंतन दर्शन मनन हुये

जन्म पूर्व से जीवन पर्यन्त।

यह भारत भूमि सजल भी है ,

सक्षम है यह समृद्धि कोष ,

यह नमन क्षेत्र , यह कीर्ति क्षेत्र

यह उर्वर विचार परिक्षेत्र।

Aajadi Ka Amrit Mahotsav Poem

राष्ट्र प्रेम के अनंत पुंज

नित प्रतिदिन रहें प्रकाशित ,

कैसा भी हो तिमिर घना

या कहीं कुहासा रोपित।

जीवन का हर पग भर दृष्टि

संस्कृति ने कितने प्रतिमान बनाये

उन्हें धवल रख , पुंज मात्र रख

हम चलें निरंतर उर्जित।

सहस्त्र -सहस्त्र वर्षों से

है अपनी दृष्टि आलोकित

हमने मानवता हित चिंतन रत

विश्व किया सर्वदा प्रकाशित।

Aajadi Ka Amrit Mahotsav Ki Kavita

वर्षा में जन – मानस खुश हो

राग मल्हार सुनाते ,

और शीत में आग किनारे ,

जन मन जीवन दर्शन गाते।

यहाँ ग्रीष्म में यात्रायें ,

देशाटन कितने मंगलपर्व ,

यह भारत भूमि अनूठी

इसके कण कण में चमके हर्ष।

यहाँ सभी मौसम समुचित हैं,

यहाँ सभी संस्कृतियां घुलतीं।

यह हर्ष भूमि यह कर्म भूमि ,

यह स्वर्ग रूप यश भूमि।

आजादी का अमृत महोत्सव पर कविता

अमृत सुवासित राष्ट्र की

अमृतमयी संतान हम ,

राष्ट्र की अतुलित धरोहर ,

देखते स्वाभिमान संग।

इस देश ने दर्शन दिये ,

कौशल दिये विज्ञान भी ,

ज्ञान का तो स्रोत है ,

सम्पूर्ण धरती के लिए।

राष्ट्र की पहचान हम ,

राष्ट्र की संतान हम

राष्ट्र का चिंतन हमेशा ,

हम बढ़ायें पूर्ण मन से

राष्ट्र का तो मान अब।

Aajadi Ka Amrit Mahotsav Par Kavita

यहाँ वीर गाथायें ,

यहाँ करुण गाथायें।

शांत भाव में चर्चा कितनी ,

कितनी श्रृंगार कथायें।

Aajadi Ka Amrit Mahotsav Kavita

हर पल रंगत , हर पल चर्चा

भारत की धरती पर

यह उत्कर्ष सिखाती।

जीवन में सामंजस्य यहाँ

धर्म अर्थ संग काम मोक्ष के

जीवन के हर पहलू पर

कितनी रोचक मीमांसायें

यहाँ सजल गाथायें ,

यहाँ मृदुल गाथायें।

Aajadi Ka Amrit Mahotsav Short Kavita

तर्क और विश्वास यहाँ हर पहलू पर ,

ध्येय और चिंतन की बातें हर पहलू पर।

हैं प्रत्यक्ष विश्वास सभी इस धरती पर

जीव जगत आत्मा की चर्चा अद्भुत ,

इस धरती पर।

आजादी का अमृत महोत्सव पर कविता

उत्तर से दक्षिण तक फैले

हर पग पर हैं तीर्थ हमारे

कितनी- कितनी गाथाओं को

लेकर चलते लोग हमारे।

आदि काल से हर दिन हम सब

कुछ मानक गढ़ते ही आये

हर कार्य हमारा मूल्य परक

सबने ही इतिहास बनाये।

जीवंत विश्व हित दृष्टि हमारी

संस्कृति भाव समग्र भरे ,

जागृत कण कण में प्रकृति हमारी

अपनी लिये विरासत हम भारतवासी ।

तो आप सभी इस आजादी का अमृत महोत्सव को सभी के साथ मिलकर खूब खुशियो के साथ मनाए, और आपको आजादी का अमृत महोत्सव पर कविता Aajadi Ka Amrit Mahotsav Poem in Hindi कैसा लगा, कमेंट बॉक्स मे जरूर बताए। और लोगो के साथ इन कविता को शेयर जरूर करे।

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