रात गुजरी फिर महकती सुबह आई, दिल धड़का फिर तुम्हारी याद आई, आँखों ने महसूस किया उस हवा को, जो तुम्हें छू कर हमारे पास आई। सुप्रभात

सुबह-सुबह ये कलियां सब खिल जाती हैं, हमे तो तेरी यादों की गलियां मिल जाती हैं, तुझसे मुलाकात तो हमारी कभी होती नही, लेकिन सूरज की पहली किरण के साथ एक आस तो मिल जाती है।